🌏 रियासतकालीन सिक्के 🌏
🪙 ‘न्यूमिस्मेटिक्स’ (मुद्राशास्त्र) सिक्कों के अध्ययन को कहते हैं।
📚 डी.डी. कौशाम्बी और रैप्सन ने सिक्कों से इतिहास लिखने का प्रयास किया।
🪙 वैदिक साहित्य में कनिष्क और शतमान सिक्कों का उल्लेख है, पर ये अब तक नहीं मिले।
💰 पहले लेखयुक्त सोने के सिक्के इण्डो-ग्रीक (भारतीय-यवन) शासकों ने जारी किए।
🪙 आहत सिक्के पंचमार्क चिह्न (पेड़, मछली, साँड, हाथी, अर्द्धचन्द्र) वाले हैं।
🔖 1835 में जेम्स प्रिंसेप ने इन्हें ‘आहत सिक्का’ नाम दिया।
📆 पंचमार्क सिक्कों का समय 600 ई.पू. से 200 ई.पू. है।
📍 राजस्थान में पंचमार्क सिक्कों के पहले साक्ष्य मिले।
🪙 यौधेय जनजाति के सर्वाधिक सिक्के राजस्थान में पाए गए।
💰 चौहान काल में रूपक (चाँदी) और दीनार (सोने) के सिक्के थे।
🪙 प्रतिहार काल में वराह, द्रम्म, विशोपक सिक्के प्रचलित थे।
💰 ब्रिटिश काल में चाँदी के ‘कलदार’ सिक्के चलते थे।
📍 इण्डो-ग्रीक सिक्के नलियासर, विराटनगर और नगरी से मिले।
💸 सल्तनत के टका और दिरहम राजस्थान में प्रचलित थे।
🔖 ‘इकतीसंदा’ रुपया मेड़ता टकसाल में बना।
💡 1838 में कुचामन के ठाकुर ने ‘कुचामनिया सिक्का’ बनाया।
👑 अजयराज चौहान की रानी सोमल देवी ने ताँबे और चाँदी के सिक्के चलवाए।🛕 कुषाण शासकों ने राजस्थान की मूर्ति-कला को नया मोड़ दिया।

🎨 प्रमुख नमूने:
- अजमेर के नाद की शिव प्रतिमा।
- साँभर का स्त्री धड़ अश्व।
- अजामुख ह्यग्रीव या अग्नि की मूर्ति।
🪙 विंशोपक सिक्के का सम्बन्ध चौहान वंश से है
🪙 बीकानेर रियासत के सिक्के
- 👑 गंगाशाही सिक्के:
- 🖼️ सम्राज्ञी विक्टोरिया का चेहरा और अंग्रेजी में “Victoria Empress”।
- 📝 दूसरी ओर देव नागरी और उर्दू लिपि में महाराजा का नाम।
- 🐘 गजशाही सिक्के
- 🌟 आलमशाही मुगलिया सिक्के
🪙 मेवाड़ रियासत के सिक्के
- 🏵️ पारूथ क्रम, चाँदौड़ी, स्वरूपशाही, त्रिशूलिया, ढींगला।
- 💎 उदयपुरी, चित्तौड़ी, भिलाड़ी (चाँदी के सिक्के)।
- ⚒️ ताँबे के गधिया सिक्के।
- 💰 टका, दिरहम।
- 📜 भींड़रिया, नाथद्वारिया, फतेहशाही।
- 🛕 एलची सिक्के (मुगलकाल):
- 🌟 अकबर की चित्तौड़गढ़ विजय के बाद मेवाड़ में प्रचलन।
- 🪙 मुगल शासकों के सिक्कों को “सिक्का एलची” कहा जाता था।
- 🏯 सलूम्बर (मेवाड़ रियासत):
- 🎖️ मेवाड़ की एकमात्र जागीर जिसे सिक्के ढालने का अधिकार मिला।
🪙 जैसलमेर रियासत के सिक्के
- 🏵️ अखैशाही (चाँदी के सिक्के)
- 🌟 मुहम्मदशाही (चाँदी के सिक्के)
- ⚒️ डोडिया/डोलिया (ताँबे के सिक्के)
🪙 जोधपुर रियासत के सिक्के
- 🏆 विजयशाही
- ⚔️ भीमशाही
- 🐴 गधिया
- 💎 फदिया
- ⚒️ ढब्बूशाही (ताँबे के)
- 🐘 गजशाही सिक्के
🪙 जयपुर रियासत के सिक्के
- 🌿 झाड़शाही सिक्के
- 🌟 मुहम्मदशाही सिक्के
- ⚔️ हाली सिक्के
- 🏛️ विशेष तथ्य: राजपुताने की पहली रियासत जिसे मुगलों ने स्वतंत्र टकसाल स्थापित करने की अनुमति दी।
🪙मारवाड़ (पाली) रियासत के सिक्के
- 🪔 लल्लूलिया और लल्लूशाही सिक्के:
- 🏺 सोजत में बने।
- 📜 बाइसंदा सिक्के:
- 💎 शाहआलम द्वितीय का राज्य वर्ष 22 अंकित होने के कारण सिक्कों को बाइसंदा सिक्के कहा गया ।
🪙 अलवर रियासत के सिक्के
- 🏵️ रावशाही सिक्का
- 🛠️ अखैशाही टकसाल (राजगढ़)
🪙 धौलपुर रियासत के सिक्के
- 🔫 तमंचाशाही सिक्का
🪙 अजमेर के सिक्के
- 🏆 रूपक सिक्के
- 💰 दीनार सिक्के
🪙 करौली रियासत के सिक्के
- 💎 माणक शाही सिक्का
- 🌿 कटार-झाड़शाही सिक्का
🪙 किशनगढ़ रियासत के सिक्के
- ✨ शाहआलमशाही सिक्के
🪙 शाहपुरा रियासत के सिक्के
- 🔢 ग्यारसंदिया सिक्के
- 🌟 माधोशाही सिक्का
🪙 कोटा रियासत के सिक्के
- 🌟 झालिमशाही सिक्का
- 🛡️ लक्ष्मणशाही सिक्का
- ⚔️ गुमानशाही सिक्का
- ✨ मदनशाही सिक्का
- 🌿 हाली सिक्का
- 🔰 मुहम्मद बींदारबख्श सिक्का
🪙 प्रतापगढ़ रियासत के सिक्के
- 🏵️ सालिमशाही सिक्का
- 🌟 आलमशाही सिक्का
🪙 बूँदी रियासत के सिक्के
- 🕉️ रामशाही सिक्के
- 🗓️ ग्यारह सना सिक्के
- 🗡️ कटारशाही सिक्के
- 🖼️ चेहरेशाही सिक्के
डूँगरपुर रियासत के सिक्के
- 🔱 त्रिशूलिया सिक्का
- 🏵️ पंत्रीसिरिया सिक्का
- 🌟 चित्तौड़ी सिक्का
- ✨ सालिमशाही सिक्का
- 🛡️ उदयशाही सिक्का
🪙 बांसवाड़ा रियासत के सिक्के
- ✨ सालिमशाही सिक्का
- 🛡️ लक्ष्मणशाही सिक्का
🪙 झालावाड़ रियासत के सिक्के
- 🎖️ मदनशाही सिक्का